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तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 33

आर्य मेंशन, मोहाली “उसकी इतनी हिम्मत कि हमसे,,,, हमसे इस तरह से बात करे। हम उसको बिलकुल भी नहीं बख्शेगे ,,,,, “, आरती खिसियानी बिल्ली जैसे कमरे में इधर उधर घूम घूम कर कुछ कुछ बड़बड़ाये जा रही थी , उसे ये बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था कि कल तक उसके इशारो पर नाचने वाले धीरज ने आज उसकी बेइजती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 24

“कुर्सी पर क्यों गुस्सा उतार रहा हैं”, धीरज ने मानव को देखते हुए कहा , जो लाल सुर्ख आँखों से अभी भी दूर पड़ी कुर्सी को ही देख रहा था, उसका जबड़ा और मुट्ठिया गुस्से के कारण भिंची हुई थी। उसको इतना व्याकुल और व्याग्र देख कर धीरज उसके पास जाता हैं और उसको शांत करने की कोशिश करता हैं , “तू शांत हो जा मानव , और मैं अभी...

कुंवारा बाप

चारो और जश्न का शोर था हर कोई अपने अपने कामो में लगा था , मैं पंडाल की लाइट लगवा रहा था कि तभी किसी ने पीछे से आकर मेरे कंधे पर हाथ रखामैंने पलट कर देखा , अरे रमेश तुम , यहाँ कब आये“आ तो काफी दिन पहले गया था मगर तुमसे बिना मिले वापिस जा न सका ..कैसे हो तुम ” , रमेश ने राघव की ओर मुस्कुराते...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 9

आर्य फार्महाउस – मनाली से २ किलोमीटर दूर एक बहुत खूबसूरत सा फार्महाउस।चारो ओर से जगमगाती रौशनी करते वहां की दीवारों से सटे हुए खड़े लैम्प्स। बाहरी ओर बना खूबसूरत बगीचा जिसकी शांति में, बगीचे के बीचोबीच बने फव्वारे के पानी की मधुर आवाज किसी के भी मन को मोह ले।फार्महाउस के मध्य भाग में बनी एक ३ कमरों की छोटी सी ईमारत पर बेहद ही खूबसूरत। सब कुछ दिल...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 8

जीप खाई की ओर मुड़ जाती है, मगर इन्दर सही समय पर जीप से कूद जाता है और दूसरी तरफ घने पेड़ो की ओर लुढ़क जाता है नीचे ढाल पर लुड़कते लुड़कते वो वहाँ उगी घनी झाड़ियों में उलझ जाता है , उसका सर किसी चीज से टकराता है ओर वो बेहोश हो जाता है।जीप को खाई में गिरता देख वहाँ लोग इकट्ठा होने लगते है पर इन्दर दूसरी ओर...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 7

वो बिना पीछे मुड़े भागती रही भागती रही और सीधा घर के अंदर घुस कर ही रुकी।उसके शरीर में अब इतनी सी भी जान शेष नहीं रह गयी थी। और गेट के अंदर घुसते ही बेहोश होकर गिर पड़ी।  धम्म की आवाज सुनकर आन्या के मौसाजी भागते हुए आये। “आन्या , आन्या क्या हुआ तुमको ?”, कहते हुए मौसाजी ने आन्या को गोद में उठा लिया और अंदर ले जाकर...

परिवर्तन

चारो तरफ जश्न का शोर था। और मैं अपने एक अलग ही खुशी के खुमार में थी।मेरी बेटी को अपनी पहली फिल्म जो मिली थी।मेरी बेटी रावी एक बाल कलाकार थी। ४ साल की रावी दिखने में बहुत खूबसूरत और प्यारी थी।मुझे आज भी याद है की मैंने कैसे कैसे हाथ-पैर मारकर उसे वो २-३ Ads दिलवाये थे। आज पुरे २ साल बाद जब वो ६ साल की हो गई...

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