Pearl In Deep
Passion to write

Tagged: तेरे जैसा प्यार कहाँ

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 37

बचते रहे जिस बात से हम, फिरभी वो मेरे नाम हो गया |जिस बात को छुपा रखा था सबसे, वो आज सरेआम हो गया || आन्या को रोता देख इन्दर इंस्पेक्टर से बोला, “देखिये सर अगर आप इस तरह से बात करेंगे , तो कोई , कैसे आपसे बात कर पायेगा या कुछ बता पायेगा… यही बात आप तसल्ली से समझाकर या आराम से भी तो पूछ सकते थे ना….”...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 36

आन्या का घर, मोहाली “ये आर्डर तो हमें चाहिए ही चाहिए, कैसे भी,,,,, तुम बात करो उन लोगो से,,,, जितने पर भी बात बने…. आर्डर उठा लो और डील क्लोज कर दो….”, पुरुषोत्तम जी ने घर के गेट में घुसते घुसते आन्या के काका उत्तम जी से कहा जो कि तेज चाल से पुरुषोत्तम जी के साथ ही चल रहे थे….“ठीक है भाई साहब, मैं कल ही मीटिंग फिक्स कर...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 35

अब तक आन्या  काफी हद तक शांत हो चुकी थी.. इन्दर भी नजदीक ही बैठा था और आन्या से सब कुछ जानने के लिए बेचैन था….आन्या ने पानी का गिलास एक साइड रखा और एक गहरी लम्बी सांस ली और खुद को थोड़ा रिलैक्स किया…“कहाँ से शुरू करू इन्दर, कहने को तो कुछ भी नहीं मेरी जिंदगी में और देखो तो तकलीफ ही तकलीफ भरी हुई हैं, पता नहीं क्या...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 34

बेहिसाब गुस्सा दबा है, मेरे दिल मेंआज तुम उसका , समुन्दर भी  देख लो… हलकी ठंडी हवा चल रही थी… मौसम भी बहुत शांत था, ऐसे में आन्या के माथे पर पसीना साफ़ साफ़ उसके दिल की घबराहट को जाहिर करने के लिए काफी था….उतरा चेहरा, बेतरकीबी से जल्दी जल्दी में बने बाल , और इन्दर के हाव भाव देखकर आन्या इतना तो समझ ही गई थी कि कल की...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 33

आर्य मेंशन, मोहाली “उसकी इतनी हिम्मत कि हमसे,,,, हमसे इस तरह से बात करे। हम उसको बिलकुल भी नहीं बख्शेगे ,,,,, “, आरती खिसियानी बिल्ली जैसे कमरे में इधर उधर घूम घूम कर कुछ कुछ बड़बड़ाये जा रही थी , उसे ये बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था कि कल तक उसके इशारो पर नाचने वाले धीरज ने आज उसकी बेइजती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 32

*****हेलो दोस्तों ,पिछले पार्ट को पढ़ कर आपमें से काफी लोगो के दिल टूटे होंगे, काफी को शायद बुरा भी लगा होगा कि इन्दर ने ऐसा क्यों किया उसने आन्या पर विश्वास क्यों नहीं किया , मगर ऐसा नहीं हैं , इन्दर को तो अभी कुछ पता ही नहीं और ना आन्या से उसने कुछ पूछा तो विश्वास करने न करने की बात ही नहीं , कभी कभी स्थिति ऐसी...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 31

आज वो कयामत की रात हैं , जब कोई एक दिल टूट जायेगा।बस रहा था जो नूर बन कर आँखों में , वही एक नासूर जख्म बन जायेगा।। इन्दर रिसेप्शन पर पहुँचता हैं मगर वहाँ उसे कोई दिखाई नहीं देता । उसने एक बार फिर चारो और नज़ारे घुमा कर देखा ,जब कोई नहीं दिखा तो रिसेप्शन पर बैठी एक लड़की से पूछा , “मैं इन्दर राजवंशी आप ही के...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 30

पूरा हाल अभी तक तालियों की आवाज से गूँज रहा था , सभी एक दूसरे के साथ पार्टी का लुफ्त उठा रहे थे , बस उदास और विचलित थे तो बस २ चेहरे ,आन्या और मानव जो अपने चेहरे के भावो को लगातार सभी से छुपाने का प्रयास कर रहे थे।वेटर अब तक सभी को केक वितरित कर चुके थे और कुछ को छोड़कर अधिकतर लोग अभी भी अपने जोड़े...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 24

“कुर्सी पर क्यों गुस्सा उतार रहा हैं”, धीरज ने मानव को देखते हुए कहा , जो लाल सुर्ख आँखों से अभी भी दूर पड़ी कुर्सी को ही देख रहा था, उसका जबड़ा और मुट्ठिया गुस्से के कारण भिंची हुई थी। उसको इतना व्याकुल और व्याग्र देख कर धीरज उसके पास जाता हैं और उसको शांत करने की कोशिश करता हैं , “तू शांत हो जा मानव , और मैं अभी...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part -23

हमसे बचकर कहा छुपोगे , अब ये राज छुप ना पायेगा।आज किसको सच पता चलेगा , कौन पैरो तले रुंद जायेगा।। बाबूलाल लिफाफे से वो स्केच निकालकर इंस्पेक्टर को पकड़ा देता हैं ……और इंस्पेक्टर जब वो स्केच आन्या को दिखाता हैं तो उसकी आँखें खुली की खुली रह जाती हैं …… “मैं इसे नहीं पहचानती,,,,,”, आन्या ने घबराकर कहा। उस स्केच को देखकर उसके चेहरे के भाव तेजी से बदल...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 22

इन्दर आन्या से बात करके फ़ोन रख देता हैं और रेस्टोबार में वापिस अंदर जाता हैं। सभी लोग अपनी अपनी जगह पर बैठे एक दूसरे से बातें बना रहे थे साथ साथ ड्रिंक्स और स्नैक्स भी चल रहा था। इन्दर को देखकर मानव मुस्कुराता हुआ पूछता हैं , “जनाब कहाँ गायब हो गए थे आप ?”, तो जवाब में इन्दर बस मुस्कुरा देता हैं….फिर सब लोगो की तरफ देख कर...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 21

एक लम्हा गुजरता नहीं , कि दूसरा आ जाता हैं ,हर बार मेरी परेशानियों को इतना क्यों बढ़ा जाता हैं।एक चिंगारी काफी होती हैं कुछ भी जलाने के लिए ,कोई बताये मुझे , मेरे दिल को उस चिंगारी से दूर कैसे रखू।। “चियर्स—–“, सभी ने एक साथ अपने गिलास को टकराते हुए कहा और अपना अपना पेग मुँह से लगा लिया।रवि ने अपना पूरा पेग एक साथ ख़तम करते हुए...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 18

दर्द का रिश्ता क्यों जुड़ गया हमसेहमने तो बस थोड़ा सा प्यार चाहा थाखुद चुन लिया अपने, दिल की राहों कोबस कसूर इतना सा, दिल ने बरपाया था।। आन्या डर और दर्द के कारण बुरी तरह सहम रही थी।मानव का जूनून थोड़ा शांत होता है तो वो उसकी और बढ़ता है तो वो उठकर पीछे की ओर बढ़ती है , “ये क्या कर रहे हो मानव , देखो मुझे जाने...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part -16

इन्दर आन्या को लेकर कैफे पहुँचता है।“आन्या, अब ठीक हो तुम ?”, इन्दर ने जीप रोकते हुए आन्या की तरफ देख कर पूछा।“हाँ ठीक हूँ “, आन्या ने बहुत ही हल्के स्वर में उत्तर दिया। उसकी आवाज में डबडबाहत और डर अभी भी झलक रहा था , जो उसकी आँखों में आंसू बन कर उसके गलो पर लुढ़क जाता हैं।“ओफ्फो आन्या , सम्भालो खुद को , अगर तुमको ऐसे देखकर...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part -15

“इश्क़ में सुना था हद से गुजर जाते है लोग,कही इस हद का मतलब, किसी की जान लेना तो नहीं।।” आर्य मेंशन, मोहाली सुबह के ११ बजे है। तभी धीरज घर में प्रवेश करता है। उसकी निगाहे किसी को ढूढ़ रही है , वो चारो तरफ देखता है।आरती (जीने से उतरते हुए) – आओ बैठो धीरज बेटा, मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी।धीरज (हाथ जोड़ कर ) – नमस्ते...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part-12

सूरज ढलने के बाद पहाड़ो का अपना एक अलग ही खुमार होता है।  इतना काफी होता है कभी कभी किसी भी नवयुगल के दिल में नई उमंगो को जगाने के लिए और उनको अंदर तक रोमांचित करने के लिए भी….फिर इन दोनों पर तो इश्क , पहले से ही अपना असर कर चुका था ।।मौसम काफी रूमानी था , हल्की हल्की रोशनी थी और हल्की हल्की ठंडी हवाएं भी शुरू...

तेरे जैसा प्यार कहाँ-part-11

दोपहर का १ बजा है।।। उधर रवि उसी होटल में पहुंच जाता है जिसका ओपन टैरेस इन्दर ने बुक किया हुआ था। वहां की तैयारियों को देखकर उसका मुँह खुला का खुला रह जाता है।“वाह बेटा इतना कुछ इंतजाम कर लिया था और मुझे बताया भी नहीं था अब क्या खाक तैयारी देखूँ , सब कुछ तो तैयार ही है ।।।”, रवि अपने मन ही मन कहता है। “बस आन्या...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 10

उधर रात को आन्या की भी अपनी मौसी से बात करते करते , उनकी गोद में ही सर रखकर रोते रोते ही नींद लग गयी थी। और मौसी भी वही बैठे बैठे सो गयी थी।सुबह के ६ बजे , जब उसकी नींद खुलती तो वो खुद का सर मौसी की गोद में पाती है , रात की सारी बातें याद करके आन्या दुखी होकर धीरे से उठती है और कमरे...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 9

आर्य फार्महाउस – मनाली से २ किलोमीटर दूर एक बहुत खूबसूरत सा फार्महाउस।चारो ओर से जगमगाती रौशनी करते वहां की दीवारों से सटे हुए खड़े लैम्प्स। बाहरी ओर बना खूबसूरत बगीचा जिसकी शांति में, बगीचे के बीचोबीच बने फव्वारे के पानी की मधुर आवाज किसी के भी मन को मोह ले।फार्महाउस के मध्य भाग में बनी एक ३ कमरों की छोटी सी ईमारत पर बेहद ही खूबसूरत। सब कुछ दिल...

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 8

जीप खाई की ओर मुड़ जाती है, मगर इन्दर सही समय पर जीप से कूद जाता है और दूसरी तरफ घने पेड़ो की ओर लुढ़क जाता है नीचे ढाल पर लुड़कते लुड़कते वो वहाँ उगी घनी झाड़ियों में उलझ जाता है , उसका सर किसी चीज से टकराता है ओर वो बेहोश हो जाता है।जीप को खाई में गिरता देख वहाँ लोग इकट्ठा होने लगते है पर इन्दर दूसरी ओर...

error: Content is protected !!