मेरी प्यारी माँ –
कभी कभी हमे जिंदगी में अपने किसी विशेष रिश्ते को ये बोलने का टाइम नहीं मिलता की हम उसे कितना चाहते है…
आज मैं अपनी माँ को बोलना चाहती हूँ कि माँ मुझे आपसे बहुत ज्यादा प्यार है …
ये कविता मैं मेरी माँ को समर्पित करती हूँ… Love you maa
मेरी प्यारी माँ , तुम कितनी सरल हो…
मेरी जिंदगी दात्री हो तुम, पालनहारा हो तुम
मेरे पाँव के काँटों को दूर करने वाली तारणहारा हो तुम
रूप ही तो हो भगवान का, फिर क्यों हम ये जानते नहीं
जानते तो है पर शायद मानते नहीं…
सब कुछ समेट लेती हो अपने आँचल में
मेरे आँसू, मेरे दुःख, मेरी तकलीफे
और फिर भी शांत बनी रहती हो तुम…
मेरी प्यारी माँ , तुम कितनी सरल हो….
जब भी मैं हो जाती हूँ उदास , हँसा देती हो तुम
भर लेती हो बाहों में अपनी , गम भुलवा देती हो तुम
पूछ देती हो मेरे सारे आँसू
बस अपने ही गम सबसे छुपा लेती हो
कुछ बताती भी नहीं और हलके से मुस्कुरा देती हो…
दर्द हो या तकलीफ, हवा में उड़ा देती हो तुम
घर के किसी कोने में जाकर, पूँछ लेती हो आंसू
और फिर भी खिलखिला देती हो तुम…
मेरी प्यारी माँ , तुम कितनी सरल हो….
रखती हो ध्यान सबकी पसंद का
बस आपकी ही पसंद कोई जानता नहीं
एक और, बस एक और कहकर खिला देती हो इतना
तू कितनी कमजोर हो गई है कहकर, मानती ही नहीं
अभी आती हूँ , आती हूँ कहकर , पूरा दिन लगी रहती हो
सबकुछ कर कर के माँ, क्यों तुम थकती नहीं…
किस माटी की बनी हो, बस इतना बता दो
क्यों कभी हार तुम मानती नहीं
प्यार से हो लथपत , लाड लुटाती हो इतना…
मेरी प्यारी माँ , तुम कितनी सरल हो….
और अब अंत में…
माँ, आज ये कहना है कसम से
बहुत प्यार है तुम से
मेरे दिल को समझ जाना, बस जता नहीं पाती हूँ…
तुम्हारी ही तो परछाई हूँ , कुछ बता नहीं पाती हूँ…
ये रिश्ता कितना अनमोल है
ये बस जानती हो तुम…
मेरी प्यारी माँ , तुम कितनी सरल हो…
-रूचि जैन
Read my other Hindi poems : “भ्रष्टाचार“, “पूछती है वादियाँ” and “प्यार कर रहे है हम प्यार कर रहे है“
Now Read my English poems : “Me and my inner side“, “I am thinking of you” and “Beautiful golden heart“
Beautifully penned?♥️
thank you 🙂