Pearl In Deep
Passion to write

तेरे जैसा प्यार कहाँ part – 29

दिलकश पैमाने छलक रहे हैं , हाले दिल बेताब हैं।
जल रहा हैं दिल किसी का और किसी के सीने में भरी आग है।।

आन्या नजरे उठाकर सामने देखती हैं तो सामने इन्दर और मानव दोनों खड़े होते हैं और आन्या एक दम से हड़बड़ा जाती हैं,,,,,,,उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि वो अब करे क्या, दोनों ही खड़े आन्या को देखकर मुस्कुरा रहे थे ,,,, “हे भगवान मानव ना आ जाये मेरे पास …क्या करुँगी मैं तब ….. मना भी नहीं कर पाऊँगी और वैसे भी मुझे इसके साथ डांस नहीं करना … और फिर इन्दर को क्या कहूँगी मैं…..”,आन्या खड़ी खड़ी यही सब सोच रही थी , इस वक़्त उसके चेहरे पर घबराहट साफ़ दिख रही थी….इससे पहले कि आन्या कुछ कर पाती, डीजे पर खड़ा रवि वहाँ आता हैं और आन्या और इन्दर का हाथ खींच कर डीजे फ्लोर पर ले जाता हैं।।।।

अब मानव वहाँ अकेले खड़ा था। इन्दर और आन्या को एक साथ डीजे पर जाते देखकर उसके तनबदन में वैसे ही आग लग गयी थी , उस पर घी छिड़कने का काम किया रवि ने एक खूबसूरत रोमांटिक गाना चलवाकर,,,,,,,,

वहां अकेले खड़ा होना उसे बहुत अजीब सा लग रहा था, आँखों में गुस्सा उतरना शुरू हो गया था और दिल में एक अजीब तूफ़ान उमड़ रहा था ….मगर उसको दबाने के अलावा उसके पास कोई चारा भी नहीं था वो उद्दिग्न हो धीरज को देखने के लिए चारो तरफ नजरे घुमाता हैं , मगर धीरज तो मीता के साथ बातें करने में मगशूल था , दोनों के चेहरे की मुस्कराहट उनके दिल के जज्बातो को बया कर रही थी….
उसे मीता के साथ लगा देखकर मानव गुस्से में धीरज की ओर कदम बढ़ाने ही वाला होता हैं कि तभी रवि की अनाउंसमेंट सुन कर धीरज भी मीता को अपने साथ डांस के लिए इनवाईट करता हैं और फिर उसे लेकर डीजे की ओर बढ़ जाता हैं , मानव के कदम ये देखकर रुक जाते हैं। अब तो उसके लिए स्थिति और भी अजीब हो गयी थी , सामने इन्दर और आन्या तो थे ही अब धीरज और मीता भी पहुंच गए थे ,
और अगर अकेला कोई खड़ा रह गया था तो वो था मानव,,,,,,,कुछ देर वो ऐसे ही खड़ा रहा , दिमाग ने गुस्से में काम करना भी बंद कर दिया था ,,,,, ऊपर से सामने दोनों को साथ देख वैसे ही उसका जी अंदर तक जल रहा था….

डीजे पर बेहद खूबसूरत गाना चल रहा था जिस पर वो सब धीरे धीरे थिरक रहे थे ,,,,,,

हम तेरे बिन अब रह नहीं सकते
तेरे बिन क्या वजूद मेरा
हम तेरे बिन अब रह नहीं सकते
तेरे बिन क्या वजूद मेरा
तुझसे जुदा गर हो जाएंगे
तो ख़ुद से ही हो जाएंगे जुदा.

इधर संध्या की नजर लगातार मानव पर बनी हुई थी, आज उसे मानव का व्यवहार कुछ अलग लगा रहा था , “क्या हो गया हैं मानव को, बड़ा अजीब रियेक्ट कर रहा हैं , थोड़ी देर पहले तक तो बिलकुल ठीक था ,,,, “, संध्या बैठी यही सोच रही थी मगर उसे तो कुछ पता ही नहीं था तो इसे नार्मल मूड ख़राब समझकर उसने इग्नोर कर दिया , वो बस अब यही इन्तजार कर रही थी कि मानव का मूड किसी भी तरह ठीक हो और वो उसे कहे तो वो दोनों साथ डीजे पर जाये।।।। कहा तो वो डीजे की आवाज सुन २ मिनट भी चैन से नहीं बैठ पाती थी और कहाँ आज वो बैठी मानव का इन्तजार कर रही थी , मगर मानव का दिलो दिमाग तो आज कही और ही था ,,,,,,,आन्या और इन्दर की नजदीकियां उसे अंदर तक तकलीफ दे रही थी और वो दोनों आज जैसे एक दूसरे में पूरी तरह खो चुके थे ,,,,,
धीरे धीरे ४-५ पेयर्स और फ्लोर पर उतर आते हैं , ये देख मानव थोड़ा और चिढ़ गया और उस साइड बढ़ गया जिधर ड्रिंक्स सर्व हो रही थी। संध्या उसे चाहकर भी नहीं रोक पाई और बस उसे जाता ही देखती रह गयी ,,,,, मगर उसकी उम्मीद अभी भी नहीं टूटी थी ,,,,,

उधर ड्रिंक काउंटर पर ,

“सर क्या लेना पसंद करेंगे आप ?”, एक परिचारक (अटैंडैंट ) ने पूछा।
मानव – “गीव मी वन ब्लैक लेबल लार्ज विद आइस ओनली ,,,,,,,,,,,,,”
अटैंडैंट – “ओके सर “
यह बोलकर, अटैंडैंट एक गिलास में ड्रिंक डाला , मगर जैसे ही वो वाटर मिलाने लगा , उससे पहले ही मानव गिलास उठाकर नीट पेग एक घूँट में ही पी गया ।।।।। उसकी निगाहे पूरी तरह इन्दर और आन्या पर ही थी जो हाथों में हाथ डाले डीजे फ्लोर पर एक दूसरे के बहुत करीब थे।

क्यूंकि तुम ही हो
अब तुम ही हो
ज़िन्दगी अब तुम ही हो
चैन भी, मेरा दर्द भी
मेरी आशिक़ी अब तुम ही हो.

तेरा मेरा रिश्ता है कैसा
एक पल दूर गवारा नहीं
तेरे लिए हर रोज़ हैं जीते
तुझ को दिया मेरा वक़्त सभी
कोई लम्हा मेरा ना हो तेरे बिना
हर सांस पे नाम तेरा….
क्यूंकि तुम ही हो,,,,,,,,

इन्दर का एक हाथ आन्या की कमर पर था , और दूसरा उसके दूसरे हाथ में ,,,,साड़ी के कारण खुली कमर पर इन्दर के स्पर्श से आन्या वैसे ही पूरी तरह से मदहोश हुई जा रही थी ऊपर से वो मानव को ये भी जाताना चाहती थी कि अब तुम्हारे लिए उसके दिल में कोई जगह नहीं। इसीलिए उसने भी अपने दोनों हाथ इन्दर की कमर पर लपेटे हुए थे।।
उनको घूरते हुए मानव अटेंडेंट से बोला , “वन मोर प्लीज ,,,,, बट नीट ,,,,,,,”, तो अटेंडेंट ने टोकने के इरादे से जैसे ही कहा , ” सर , मगर ,,,,,,”, तो मानव ने अपनी ऊँगली को अपने होठो पर रख , “श,,,शश,,,,श,,,,” कहकर उसे चुप रहने का इशारा किया और थोड़ा गुस्से से अपना हाथ हिलाते हुए बोला , “गीव फ़ास्ट ,,,,,,,,,,,,, ” , तो अटेंडेंट उसे एक नीट पेग और पकड़ा देता हैं।
मानव , इन्दर और आन्या को घूरते हुए वो पेग भी पी जाता हैं।

डीजे सांग चेंज – (रीमिक्स)

दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके -चुपके
सबको हो रही हैं ,,,,,सबको हो रही,,,,,,
खबर चुपके चुपके ,,,,,,,,,

मिले हो तुम हमको बड़े नसीबो से ,,,,,,
चुराया हैं मैंने किस्मत की लकीरो से,,,,,,,

इतने में अर्थ भी मौसी के साथ डीजे फ्लोर पर आ जाता हैं , इधर धीरज और मीता की जोड़ी भी आज डांस करते हुए बहुत ही कमाल लग रही थी , अभी तक दोनों के बीच कोई इजहारे मुहोब्बत तो नहीं हुआ था मगर फिर भी दोनों के दिल में उमड़ रहा प्यार का सैलाब छुपाये नहीं छुप रहा था और उनके चेहरे की मुस्कान और उनके जज्बात एक दूसरे के प्रति उनकी भावनाओ को बहुत अच्छे से व्यक्त कर रहे थे ,,,,,,
अब तक इन्दर और आन्या के डांस का रंग भी जमने लगा था , इन्दर ने आन्या को गोलगोल घुमा कर अपनी ओर खींचा और अपनी बाहो में लेकर ,उसे थोड़ा पीछे को झुका कर खुद भी उसपर थोड़ा झुक गया ,,,,,,,दोनों की नजरे एक दूसरे में ही खोई हुई थी ,,,,,,,,
उधर मानव यह सब कुछ देख रहा था , मगर कर कुछ नहीं पा रहा था , उसका जी तो अंदर तक जल चुका था , इन्दर और आन्या को इस तरह इतने करीब देखकर उसकी मुट्ठिया बुरी तरह भिंची हुई थी।
वो शायद कही न कही ये बात जानता था कि आज यहाँ ये सब मोमेंट्स भी आएंगे और उसे उनको सहना भी पड़ेगा , मगर उसे अपने प्लान को अंजाम भी तो देना था तो फिर तो पार्टी में तो आना था ही ,,,,,
“वन मोर लार्ज ,,,,,,प्लीज”, उसने अटेंडेंट की ओर मुस्कुराकर देखते हुए कहा , तो अटेंडेंट बोला , “प्लीज सर , पानी मिलाने दीजिये ,,,,,अगर आज पार्टी में कुछ गड़बड़ हो गयी तो इन्दर सर बहुत ज्यादा नाराज हो जायेगे ,,,,”, मगर मानव को इस बात से कोई लेना देना नहीं था।
“नो , नो , नो, ,,,,”, मानव ने अपनी उंगली हिला कर इशारा किया
दूर बैठी संध्या मानव को लगातार ड्रिंक करते देख रही थी मगर उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अचानक से इसे हुआ क्या ?,,,,,
“मानव डीजे पर क्यों नहीं जा रहा ,,,, लास्ट जब मिला था तो कितना मस्त था अब पता नहीं क्या हुआ ,,,,,,,जब भी उस दिन के बारे में सोचती हूँ मेरा मन आज भी रोमांचित हो जाता हैं ,,,,,,,वाओ कितना अच्छा डांस पेअर था हमारा,,,,,”, उसने मन ही मन ख्याली पुलाव पकाये ।।।।।

वादा रहा प्यार से प्यार का ,,,,
अब हम ना होंगे जुदा,,,,
ये , मेरी धड़कने सुन रहा हैं खुदा,,,, आ,,,,

बिन तेरे कोई आस भी न रही ,,,,,
इतना तरसे कि प्यास भी ना रही ,,,,,
इतना तरसे ,,,,,,,
लड़खड़ाए कदम चले आये ,,,,,,,,,

मरता क्या ना करता , अटेंडेंट तीसरा पेग भी बनाकर मानव को पकड़ा देता हैं,,,,,,,,,मानव तीसरा पेग अपने हाथ में लेकर उसे घूरते हुए धीरे से बुदबुदाया ,,,, “आज तेरी बहुत जरुरत हैं जान ,,,,,,”, ऊपर उठाये गिलास के आर पार उसे इन्दर और आन्या डांस करते साफ़ दिखाई दे रहे थे , इन्दर ने आन्या को पीछे से अपनी बाहो में भरा हुआ था ,,,,,, और उनके पैर गाने की धुन के साथ साथ धीरे धीरे थिरक रहे थे ,,,, इन्दर के हाथों की उंगलिया आन्या के हाथ की उंगलियों में फसी हुई थी और होंठ आन्या के चेहरे के बहुत करीब थे,,,,,

ये देखकर मानव के सीने की आग और भड़क गयी , और वो तीसरा पेग भी फटाफट पी गया ,,,,, ये देख कर आखिरकार संध्या उठ कर मानव के पास पहुंच ही जाती हैं और उसके हाथ से गिलास लेकर एक साइड रखते हुए मुस्कुराते हुए बोली , “हे मानव यहाँ क्या कर रहे हो , बस अब और नहीं, आओ चलो डांस फ्लोर पर चलते हैं ,,,,,”, तो मानव कुछ नहीं कहता और मुस्कुराकर एक बार संध्या को देखता है और फिर इन्दर और आन्या को,,,,,, फिर बोलता हैं “ओके , लैट्स कम,,,,, “,,, अब तक गुस्से से उसकी आँखो में हल्की लालिमा आ चुकी थी, मगर फिर भी संध्या का हाथ थामे वो डीजे की ओर बढ़ जाता हैं,,,,,,,

धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में आना ,,,,,
धीरे धीरे से दिल को चुराना ,,,,,
तुमसे प्यार हमे है कितना ,,,,,जाने जाना ,,,,
तुमसे मिलकर तुमको हैं बताना,,,,,,,

मानव संध्या के साथ डीजे पर डांस करने लगता हैं मगर उसका पूरा ध्यान अभी भी आन्या पर ही था ,,,,,, आन्या की नजर जब नजदीक ही डांस करते मानव पर पड़ी तो वो थोड़ा असहज हो गयी ,,,,, मगर चूँकि इन्दर साथ था तो कर कुछ नहीं पाई ,,,,,,,डांस करते करते कभी कभी मानव मुस्कुराता हुआ आन्या से छू भी जाता था ,,,, आन्या दूरी बनाने की पूरी कोशिश कर रही थी मगर मानव उसकी सब कोशिशों पर पानी फेर देता था ,,,,,,
इधर भेष बदले अधिकारियो की नजर वहाँ उपस्थित हर एक इंसान पर थी , ताकि कोई सदिंग्ध गतिविधि न हो सके ,,,,,,,,मगर अब तक ऐसा कोई नहीं दिखा था उनको जिसपर वो शक कर सके ,,,,,,,
इतने में बाहर गयी आलिया भी पार्टी में वापिस आ जाती हैं और डीजे पर जबरदस्त रोमांस चलता देख ,,,,, वो भी थिरकते हुए रवि का हाथ खींच डीजे पर पहुंच जाती हैं ,,,,,,,और फिर शुरू होता हैं धमाल ,,,,,,

ओह कुड़ी मेनू कहन्दी,,,,,
मेनू जुत्ती ले दे सोणेया,,,,,,,,
मैं कहा नाह गोरिये,,,,,,, ना ना ना ना नाह गोरिये,,,,,,,,,

हर किसी को नहीं मिलता ,,,,,,,,
यहाँ प्यार जिंदगी में ,,,,,,,

मेरे रश्के क़मर,,, मेरे रश्के क़मर,,,,
तूने पहली नज़र ,,,,जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया,,,,,,
जोश ही जोश में मेरी आगोश में,,,,,,
आके तू जो समायी मज़ा आ गया,,,,,

आन्या -इन्दर और मानव-संध्या दोनों ही आज क़यामत दिखा रहे थे , वो बात अलग थी कि मानव और आन्या दोनों ही नजर चुरा चुरा कर बीच बीच में एक दूसरे को घूर लेते थे ,,,,,,,

जब जब इन्दर आन्या के करीब जाता मानव के तन बदन में आग लग जाती और वो गुस्से में संध्या को अपनी ओर खींचता ,,,,,,

संध्या को तो इस बात का आभास ही नहीं था कि जिसे वो मानव का अपने प्रति आकर्षण समझ रही थी वो तो कुछ और ही था आज वो मानव और आन्या के बीच पिसे, एक मोहरे के अलावा कुछ भी नहीं थी ,,,,,,,,,,उल्टा वो तो ये समझ रही थी कि मानव ये सब जान कर उसके साथ कर रहा हैं और मानव का ये सब करना उसे उतना ही मदहोश कर रहा था और वो उतना ही ज्यादा उसकी तरफ खींची चली जा रही थी,,,,,,

ज़रा तस्वीर से तू निकल के सामने आ मेरी महबूबा
मेरी तक़दीर है तू मचल के सामने आ मेरी महबूबा
मेरी महबूबा…
मेरी महबूबा…

तभी अर्थ की नजर मस्ती में थिरकती आलिया पर पड़ी तो उसकी आँखें , उसका मुँह सब खुला का खुला रह गया और वो जहा था वही का वही खड़ा रह गया , “ये यहाँ ,,,,,”, आश्चर्य के साथ साथ अर्थ की तो जैसे खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था ,,,,,,”जिसको ढूढ़ा गली गली वो मेरे पड़ोस में ही डीजे पर मिली ,,,,,,वाओ ,,,,,”, अर्थ मन ही मन सोचकर मुस्कुराया ,,,,
डांस करती मौसी ने अर्थ को झंकझोरा , “क्या हुआ अर्थ , कहा खो गए ? “, “कुछ,,,छ,,,, नहीं मौसी “, अर्थ हड़बड़ाया ,,,,
अब तो अर्थ के दिल की धड़कनो की रफ़्तार को भी बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता था ,,,,, अब उसे इन्तजार था तो बस मौसी को वहां से नीचे भेजने और खुद आलिया के पास जाने के एक मौके का ,,,,,,,उसने देखा रवि आलिया के साथ ही डांस कर रहा हैं तो कुछ सोच उसके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान आ गयी ,,,,,,,

मेरा दिल भी कितना पागल है ,,,,ये प्यार जो तुमसे करता है,,,
पर सामने जब तुम आते हो ,,,,,
कुछ भी कहने से डरता है ,,,,,,

अर्थ डांस करते करते रुक गया , ” बस मौसी थक गया ,,,,,,आओ वहाँ बैठते हैं।।।।। ” , अर्थ ने मौसी से बहाना बनाया , मौसी ने कहा ओके ठीक हैं चलो वहाँ बैठते हैं  और डीजे से उतर कर चली गयी , मगर अर्थ तो आँख बचाकर वहाँ से नदारद हो गया ,,,,,, मौसी ने चारो और देखा मगर वो जब कही नहीं दिखा तो वो वही रखी कुर्सी पर बैठ गयी ,,,,,,उधर अर्थ भीड़ में छुपता छुपता आलिया के पास पहुंच गया,,,,और डांस करते रवि के कान में धीरे से कहा “वो देख वहाँ मौसी बैठी हैं, तुझे बुला रही हैं जा उनको कुछ ठंडा वंडा तो पिला दे ,,,,देख बिचारी कितना  थक गयी हैं ,,,,”,कहकर अर्थ ने बिचारा सा भोला सा मुँह बनाकर रवि को देखा तो रवि ,”ओह्हो ,ओके ब्रो,,,,,”, कहकर  वहां से मुस्कुराते हुए चला गया  , और तब अर्थ कुटिल मुस्कान के साथ अपनी विजय पर मुस्कुराते हुए आलिया के साथ डांस करने लगता हैं ,,,,,,,,

आ आ जाने जाना, ढूंढे तुझे दीवाना,,,,,
सपनों में रोज़ आये, आ ज़िन्दगी में आना,,,,,,
आ आ जाने जाना, ढूंढे तुझे दीवाना,,,,,
सपनों में रोज़ आये, आ ज़िन्दगी में आना सनम,,,,,,,

आलिया की नजर जब अर्थ पर पड़ती है तो वो उसे पहचान कर मुस्कुराती हैं और अपनी भोहे उचका कर उससे पूछती है , “यहाँ कैसे ?”

तो अर्थ आँखों से आन्या की ओर इशारा करते हुए , अपने होंठ उसके कानो के करीब लाकर बोलता हैं , “आन्या का भाई हूँ मैं , अर्थ ,,,,,,”
यह सुनकर आलिया मुस्कुराती है और अर्थ के साथ डांस करने लगती हैं , अर्थ की तो जैसे लॉटरी ही निकल पड़ी थी ,,,,, इधर रवि मौसी के पास ठंडा लेकर पहुँचता हैं और अर्थ की तरफ इशारा करके मौसी को बताता हैं कि उसे अर्थ ने भेजा हैं तो मौसी अर्थ को आलिया के साथ डांस करते देखकर मुस्कुरा जाती हैं और सब समझ जाती हैं फिर अर्थ को उंगली दिखाकर डांटने का इशारा करती है तो अर्थ मुस्कुराकर अपने कान पकड़ने का इशारा करता हैं,,,,,,,और फिर आलिया के साथ डांस करने लगता हैं,,,,,,,,

Brasil! La La La La La La La La La La La La La La La La

La La La La La La La La

Brasil!

Brasil! La La La La La La La La La La La La La La La La

अब तो सब मस्ती में बुरी तरह से कूदने लगे थे,,,,चारो तरफ एक अलग ही माहौल हो गया था,,,,,, इन्दर बहुत खुश था ऐसी पार्टी तो उसने सोची भी नहीं थी , वो धीरे से आन्या को अपनी और खींचते हुए उसके कानो के पास अपने होंठ ले जाकर बोलता हैं , “अब तो दे दो मैडम मेरा बर्थडे गिफ्ट , कल से तड़पा रखा है तुमने ,,,,,,”, इसपर आन्या शरमाकर मुस्कुराती हुई कहती हैं , “अभी नहीं ,,,जब इतना देर रुक गए तो थोड़ी देर और रुक जाओ ना ,,,,,,,”, ये सुनकर इन्दर प्यार भरी नजरो से आन्या को देखते हुए मुस्कुराकर कहता हैं , “बस,,स,,,,,,कुछ देर , तुम्हारे लिए तो मैं जिंदगी भर रुक सकता हूँ मेरी जान “, सुनकर आन्या शरमाकर अपनी पलके झुका लेती हैं।
मानव ये सब देख रहा था मगर शोर के कारण उसे कुछ सुनाई नहीं देता ,,,,,,,,हाँ मगर ये सब देखकर वो बस थोड़ा सा और फुक जाता हैं।।।।

कुछ देर बाद म्यूजिक रुक जाता हैं सब अब तक बुरी तरह से थक चुके थे ,,,,तो डीजे से उतर कर वही पास ही रिलैक्स होकर पेअर में ही खड़े हो जाते हैं , सब लोग उनके लिए तालिया बजाने लगते हैं ,,,,,,,,,,,,,,सभी एक दूसरे की तरफ देखकर मुस्कुराते हैं ,,,,,, और एक दूसरे के डांस की तारीफ करते हैं ,,,,,,,संध्या भागकर इन्दर और आन्या के पास जाती हैं और दोनों के गले लगते हुए उनके डांस की तारीफे करने लगती हैं ,,,,,,”वाओ भाभी, आपने तो कमाल कर दिया , आप तो बहुत अच्छा डांस करती हैं ,,,,,,,,,,,,,,,वाह भाई गजब जोड़ी हैं आपकी तो,,,,”, यह सुनकर दोनों मुस्कुराने लगते हैं फिर इन्दर भी उससे मानव और उसके डांस की तारीफ करता हैं तो यह सुनकर संध्या की आँखें ख़ुशी से और भी ज्यादा चमक जाती हैं,,,,,,
इधर अकेला खड़ा मानव मुस्कुराते हुए लगातार आन्या को घूर रहा था जो कि मुस्कुराते हुए संध्या से बातें कर रही थी ,,,,,जब आन्या , मानव को अपनी ओर घूरता देखती हैं तो उसकी तीखी मुस्कराहट देखकर असहज हो जाती हैं और नज़रे चुराने लगती हैं , फिर जब और कुछ समझ नहीं आता तो उसकी ओर पीठ कर लेती हैं ,,,,
इधर अर्थ भी आलिया के साथ खड़ा हुआ उससे इधर उधर की बातें बनाने की कोशिश कर रहा था और आलिया उसकी बातें सुनकर धीरे धीरे मुस्कुरा रही थी,,,,,,,ऐसा लग रहा था कि हो ना हो एक और दिल में प्यार की घंटी बज चुकी हैं और फिर से एक नए प्यार का आगाज हो चुका हैं।

तभी रवि की दुबारा आवाज आती हैं और फिर से एक अनाउंसमेंट होती हैं ,
“अटेन्शन प्लीज ,,,,,,यहाँ उपस्थित सभी भाइयो और उन सभी की बहनो ,,,,,,,है हैं हैं ,,,,,,अब हमारी आज की महफ़िल के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण इन्दर जी अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर यहाँ हमारे बीच केक कट करेंगे,,,,,,,,,आप सभी तालिया बजाकर उसका स्वागत करे,,,,,, उसके बाद आप सभी के लिए एक और रोमांचक सरप्राइज़ गेम हैं ,,,,, जो कि आपको इतना रोमांचित कर देगा,,,,,,,,,कि आप सभी झूम उठेंगे,,,,,,, और उसमें जीतने वाला एक पेअर होगा हमारा बेस्ट पेअर ऑफ़ द डे,,,,,,, “, सुनकर सभी तालिया बजाने लगते हैं और फिर इन्दर हॉल के बीचो बीच आ कर खड़ा हो जाता हैं और एक वेटर केक ट्राली लेकर आता हैं और साथ में आती हैं एक शेम्पियन की बोतल,,,,,,,,,,,

इन्दर केक कट करता हैं और चारो ओर तालिया गूँज जाती हैं , रवि बोतल उठा कर शेम्पियन खोलता हैं चिल्लाकर इन्दर का बर्थडे सेलिब्रेट करता हैं,,,,,, सबकी हूटिंग होने लगती हैं , इन्दर और रवि एक दूसरे के गले लग जाते हैं , इन्दर भावुक होकर रवि को इतनी अच्छी पार्टी के लिए शुक्रिया बोलता हैं ,,,,,,फिर इन्दर आन्या , रवि और बाकि सबको केक खिलाता हैं और पूरा हॉल तालियों की आवाज से गूँज जाता हैं,,,,,,,

क्रमश:

– रूचि जैन

Leave your valuable Comment

error: Content is protected !!