छोटा सा एक पेड़ लगा दो : एक चिड़िया उपवन में खेल रहे एक छोटे बच्चे से क्या बोल रही है इस कविता में वही भाव व्यक्त की कोशिश की है..आशा है आपका प्रोत्साहन मिलेगा …
मेरी कलम से
नन्ही चिड़िया बोली मुझसे,
छोटा सा एक पेड़ लगा दो
मेरे बच्चे कहा रहेंगे,
उनका भी एक घर बना दो…
तपती धरती, तपता अम्बर,
कही जगह न छुपने की अब
ठंडी छाया वाली मुझको,
हरे पेड़ की डाली दे दो,
नन्ही चिड़िया बोली मुझसे,
छोटा सा एक पेड़ लगा दो…
क्यों, मानव उपवन काट रहा है,
सब जीवों को मार रहा है
कोमल, बेजुबा को जीवनदान मिले जहाँ,
ऐसा तुम एक संसार बना दो
नन्ही चिड़िया बोली मुझसे,
छोटा सा एक पेड़ लगा दो…
तुम भी छोटे प्यारे बच्चे हो,
हरे भरे उपवन में खेलो
शुद्ध हवा मिल जाए हम सबको,
धरती को मिल स्वर्ग बना दो
नन्ही चिड़िया बोली मुझसे,
छोटा सा एक पेड़ लगा दो…
-रूचि जैन
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